उदयराज सिंह रामप्यारी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन
मैं आप सभी को हमारे विद्यालय का निर्देशक के रूप में हार्दिक स्वागत करता हूँ। यह एक सुखद और मेरे लिए गर्व का पल है कि मैं इस शिक्षा संस्थान का हिस्सा हूँ और आपके साथ इस संवाद का हिस्सा बन सकता हूँ। शिक्षा एवं ज्ञान के प्रति समर्पण करके गुरु निष्ठा के प्रति अप्रतिम उदाहरण उपस्थित करने वाले महाभारत के महान जननायक 'एकलव्य' ने जहा एक ओर शिक्षा के द्वारा समाज के सभी वर्गों एवं जातियों के लिए खोलकर संकीर्ण परिधि को तोड़कर शिक्षा को सर्वधर्म के लिए सर्वससुलभ किया ऐसी स्थिति में यदि युवा शिक्षा और ज्ञान के से परिपर्ण होगा और अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति सजग होगा, तो भारत स्वतः विकास के पथ पर अग्रसर हो जायेगा। हमारे संस्थान का यही प्रयास है कि इस क्षेत्र में हम अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सकें। इन्ही अपेक्षाओं को पूरा करने के लए हमारा इंस्टीट्यूट परिवार निरन्तर प्रयासरत है। मैं चाहता हूँ कि आप इस समय को अपने कैरियर की शुरुआत के रूप में देखें, जिसमें आपके पास अनगिनत अवसर हैं। यह एक अनूठा अवसर है, जो आपको आपके लक्ष्यों की प्राप्ति के दिशा में मदद करेगा।
कृपया ध्यान दें कि आपकी सफलता और यात्रा का सफल परिणाम केवल आपके मेहनत, संघटना, और हमारे संगठन की समर्थन से होता है। हमारा संगठन एक परिवार की भावना को महत्वपूर्ण मानता है, और हम इसे एक जीवंत और समरस शिक्षा वातावरण बनाने के लिए तर्क रहे हैं, जहां हर छात्र फल-पूर्ण हो सकता है।
मैं आपको अनुशासन, ईमानदारी, और संघटना के मूल्यों को गले लगाने की सलाह देता हूँ |